Menu

Welcome to Sanatan Sevak !

शास्त्रों में बताया गया है मनुष्यों के दरिद्र ,धनवान ,मरा हुआ कौन है ?

को वा दरिद्रो हि विशाल तृष्णः
श्रीमांश्च को यस्य समस्ति तोषः ।
जीवन्मृतो कस्तु निरुद्यमो यः
कोवाऽमृतः स्यात्सुखदा निराशा ॥ ५॥

प्रश्न :- दरिद्र कौन है ?

उत्तर:- भरी तृष्णा वाला |

प्रश्न :- और धनवान् कौन है ?

उत्तर:- जिसे सब तरह से संतोष है |

प्रश्न :- (वास्तव में) जीते-जी मरा कौन है ?

उत्तर:- जो पुरुषार्थहीन है |

प्रश्न :- और अमृत क्या हो सकता है ?

उत्तर:- सुख देने वाली निराशा (आशा से रहित होना)

(स्वामी श्रीशंकराचार्यरचित ‘मणिरत्नमाला’)

  • Free Delivery
    For All Orders Over Rs. 500
  • Safe Payment
    100% Secure Payment
  • Shop With Confidence
    If Goods Have Problems
  • 24/7 Help Center
    Dedicated 24/7 Support