मूलेप्टो मूलबृक्षत्य घटिका: परिकीर्तिता ।स्...
अथ जन्म पत्री लिखना ।।भारतीय पद्धति के अनुस...
'उपनयन' शब्द 'उप' उपसर्गपूर्वक 'नी' धातुसे 'ल्यु'...
श्रीपार्वत्युवाचकदा प्रभृति देवेश स्वर्गद...
जो हम करते हैं वह नया काम है, और जो घटना घटती ह...
कुरंग मातंग पतंग भृंग मीना हता पंचभिरेव पंच. ...
को वा दरिद्रो हि विशाल तृष्णःश्रीमांश्च को य...
कार्तिक शुक्ल नवमी,प्रथम प्रहर, श्रवण नक्षत्...
सदसि वसन्तं सुमृदु हसन्तं ,कपिषु लसन्तं धुरि...
श्री राम जी की कथा से जो लाभ है, वह रामजी के संग ...